हमारे सर पर से कभी, हाथ ना हटाना , कुछ गलत करूँ तो , सज़ा लगाना , पर है करुणा निधान , कभी अपने से अलग ना करना |
गुरु जब पकड़ ले हाथ , तो डर किस बात का , जो तुम्हें ज्ञान के , समुंदर मैं तेराएगा , लेकिन तुम्हारी नैया कभी अज्ञान रूपी , समुंदर मैं डूबने नहीं देगा |
गुरु वाणी वो अनमोल रत्न है , जिसको धारण करने वाला, कभी गरीब ओर दुखी नहीं रहता |
किस मुख से उस गुरु का धन्यवाद करूँ, जिसने अपना सारा जीवन , मेरा जीवन महान बनाने मैं लगा दिया |
जीवन की डोर जिसके हाथों मैं होती है , जीवन जिसकी दी हुई दिशा मैं आगे बढता है , जिसका हमारे ऊपर सदेव ऋण रहता है , ऐसे महान गुरु को सदेव हमारा नमन |
इस धरती पर गुरु ही एक मात्र ईश्वर समतुल्य है , उन सभी गुरुओं के चरणों मैं हम सब का प्रणाम , जिनकी वजह से हमारे इस जीवन को सही दिशा मिली |
गुरु ने जो सिखाया है , कभी ना व्यर्थ जाएगा , गुरु वाणी जिसने ना मानी, वो सदा दुख पाएगा |
जो खुद जलकर तुम्हें रोशन करे , वो शिक्षक है महान , जीवन मैं कभी ना करना ऐसे गुरु , का अपमान |